‘अटलजी ने कहा’, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के प्रामाणिक और प्रेरणादायी भाषणों का संकलन है। यह पुस्तक राष्ट्र निर्माण में लगे शिक्षकों, राजनीतिक विचारकों, प्रशासन और शासनकर्ताओं आदि के मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
पुस्तक से महत्वपूर्ण वाक्यांश : जो सरकार ठीक काम नहीं करेगी और लोगों को परेशान करेगीे, लोगों के साथ ज्यादती करेगी, लोगों के साथ भेदभाव करेगी, चुनाव आएगा, वोट डाले जाएंगे और उस सरकार का बिस्तर गोल कर दिया जाएगा।
विशेष: अटल बिहारी वाजपेयी के प्रामाणिक और प्रेरणादायी भाषणों का संकलन ‘अटल जी ने कहा’ का लोकार्पण शुक्रवार 24 अगस्त, 2018 को नई दिल्ली के राजस्थान भवन में किया गया था।
पुस्तक से — अटल जी ने हिन्दुत्व की व्याख्या करते हुए 31 दिसंबर, 2002 को गोवा में कहा था ‘‘हिन्दुत्व संपूर्ण सृष्टि को समग्र रूप से समझने की दृष्टि है जो इस लोक तथा परलोक, दोनों के लिए रास्ता दिखाता है। यह व्यक्ति और समाज तथा मनुष्य की भौतिक तथा आध्यात्मिक जरूरतों के बीच अटूट संबंधों पर बल देता है। हिन्दुत्व उदार है, उदात्त है, मुक्त गामी है। यह किसी भी आधार पर विभिन्न समुदायों के बीच कोई दुर्भावना, घृणा अथवा हिंसा को बर्दाश्त नहीं करता।’’