उत्तर भारत के शास्त्रीय नृत्य ‘कथक’ से संबंधित लेखों, साक्षात्कारों, रिपोर्टों आदि का संग्रह है ‘कथक कुछ बातें, कुछ यादें’।
इस संग्रह में संकलित रचनाओं का प्रकाशन सन् 1978 से 1985 के बीच हुआ था। कुछ रचनाएं ऐसी भी है जो प्रकाशित नहीं हुई थी, उन्हें भी संग्रह में शामिल किया गया है। इनमें सुप्रसिद्ध नृत्यांगना एवं नृत्य-संरचनाकार श्रीमती कुमुदिनी लाखिया, शास्त्रीय नृत्यों के शोधकर्ता समीक्षक और विचारक डॉ. सुनील कोठारी तथा संस्कृति संरक्षक श्रीमती सुमित्रा चरतराम के साक्षात्कार हैं।
पुस्तक में प्रकाशित रचनाएं दो अलग-अलग काल खंडों को जोड़ती हैं। इन रचनाओं को पढ़कर कथक में रुचि रखने वाले रसिकों और कलाकारों को कथक नृत्य के विकास की प्रक्रिया को समझने का अवसर मिलेगा।
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Product Description
पुस्तक का नाम – कथक : कुछ बातें, कुछ यादें
पेपर बैक
लेखक – बृजेंद्र रेही
ISBN – 978-81-927-371-1-9
पुस्तक का वजन : 258 ग्राम
पुस्तक का आकार: 5.50’’ x 8.50’’
पृष्ठ संख्या : 144
एक प्रति की कीमत : रु. 249
भारत में वितरण शुल्क रु.40/- अतिरिक्त
पुस्तक के बारे में –
अस्सी के दशक में देश के एक प्रमुख हिंदी अखबार के लिए समीक्षक और स्तंभकार के रूप में काम करते हुए बृजेन्द्र रेही ने भारत की नृत्य परंपरा, कला और संस्कृति के बारे में विस्तार से लिखा था।
‘कथक :कुछ बातें, कुछ यादें’ पुस्तक सातवें और आठवें दशक के दौरान कथक नृत्य में किये जा रहे प्रयोगों और तत्कालीन नृत्यांगनाओं और नर्तकों की सृजन यात्रा का दस्तावेज भी है।
बृजेन्द्र रेही – लेखक, पत्रकार और वृत्तचित्र निर्माता निर्देशक हैं और मीडिया में बीते 55 साल से सक्रिय हैं।
इस समय स्टाॅक में पुस्तकें हैं।
कवर : रंगीन
Additional Information
Weight | 264 kg |
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Dimensions | 21.5 × 13.9 × 0.76 cm |